
ईरान के इस्राइल पर भारी हमलों के जवाब में अमेरिकी बी-2 स्पिरिट बमवर्षक विमानों ने मिसौरी से लगभग 37 घंटे तक बिना रुके उड़ान भरी और रविवार की सुबह ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, इस हमले से पहले स्टील्थ बमवर्षक विमानों में बीच हवा में ईंधन भरा, इसके बाद B-2 Bombers विमान तीन प्रमुख ईरानी परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फाहान पर जमकर बमबारी की।

हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि फोर्डो खत्म हो गया है, उन्होंने मिशन की सफलता को सराहा और ईरान को चेतावनी दी कि उन्हें तुरंत शांति स्थापित करनी चाहिए वरना उन्हें फिर से हमला झेलना पड़ेगा, उन्होंने भारी किलेबंद भूमिगत सुविधा का जिक्र किया, जिसे लंबे समय से तेहरान का सबसे सुरक्षित परमाणु स्थल माना जाता है।
30 टॉमहॉक मिसाइलों ने अन्य परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया, पेंटागन ने पुष्टि की है कि हमले में बी-2 बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल किया गया था, जो इस्राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव और एक सप्ताह तक जारी संघर्ष के बाद हुआ है इससे पहले ईरान के परमाणु ठिकानों पर इस्राइल ने हमले किए थे, लेकिन ईरान के परमाणु ठिकाने भूमिगत हैं, जिससे उन्हें खास नुकसान नहीं हुआ, इसके बाद युद्ध में अमेरिका की एंट्री हुई और अमेरिका ने अपने सबसे खास हथियारों में से एक बी-2 स्टील्थ बॉम्बर से 30,000 पाउंड के मैसिव ओर्डिनेंस पेनिट्रेटर और बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया, जिससे ईरान में भारी तबाही हो सकती है।