
दरअसल, ये सब जानने से पहले ये जानना जरूरी है कि आकाश आनंद की राजनीति में एंट्री कैसे हुई और बसपा में उनको किस प्रकार से जिम्मेदारियां दी गई और अचानक किस प्रकार से और किस वजह से उन्हें सभी पदों से हटाकर पार्टी से निकाल दिया गया और ये भी जानना जरूरी है कि उनके पिचा यानि मायावती के भाई आनंद कुमार से मायावती क्यों नाराज हुई थीं? दरअसल, साल 1995 में उत्तर प्रदेश में जन्मे आकाश आनंद मायावत्ती के छोटे भाई आनंद कुमार के बड़े बेटे हैं। आकाश की शुरुआती शिक्षा नोएडा में हुई, उसके बाद की पढ़ाई गुड़गांव में हुई। साल 2013 में उन्हें लंदन यूनिवर्सिटी में पढ़ने भेज दिया गया, जहां से साल 2016 में उनकी पढ़ाई पूरी हुई और वो हिंदुस्तान
वापस आ गए और सबसे पहले बिजनेस में कदम रखा, लेकिन राजनीति में उनकी रुचि थी और फैसला भी कि वो राजनीति में ही अपना कैरियर बनाएंगे। उनकी राजनीतिक रुचि को देखते हुए मायावती ने उन्हें साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव हारने के बाद राजनीतिक मंच पर लेकर आई और उन्हें राजनीति के दांवपेंच सिखाते हुए साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें अपनी पार्टी में स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल कर लिया।