संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है,सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने लोकतंत्र को जिया है,और यह बात बार-बार साबित हुआ है,बिहार में हुए विधानसभा चुनाव ने भी यह दिखाया है,बिहार में जो चुनाव हुआ उसमें मतदान का जो विजय हुई है,वो लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है. माताओं-बहनों की जो भागीदारी बढ़ रही है,ये अपने आप में एक नई आशा, नया विश्वास पैदा करती है,यह शीतकालीन सत्र महज परंपरा नहीं,ये राष्ट्र को प्रगति की ओर तेज गति से ले जाने के प्रयास चल रहे हैं,उसमें ऊर्जा भरने का काम ये शीतकालीन सत्र भी करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में मेरा सभी दलों से आग्रह है कि शीतकालीन सत्र में पराजय की बौखलाहट को मैदान नहीं बनना चाहिए और ये शीतकालीन सत्र विजय के अहंकार में भी परिवर्तित नहीं होना चाहिए,संसद देश के लिए क्या सोच रही है,संसद देश के लिए क्या करना चाहती है,संसद देश के लिए क्या करने वाली है,इन मुद्दों पर केंद्रित होनी चाहिए, विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए, चर्चा में मजबूत मुद्दे उठाए,पराजय की निराशा से बाहर निकलें,पीएम मोदी ने कहा कि हमें ज़िम्मेदारी की भावना से काम करने की ज़रूरत है, संसद ड्रामा करने की जगह नहीं है, यह काम करने की जगह है,हमें युवा सांसदों की नई पीढ़ी को मौके देने चाहिए, सदन को उनके अनुभवों से फ़ायदा होना चाहिए, और इस सदन के ज़रिए देश को भी उनके नए नज़रिए से फ़ायदा होना चाहिए।
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