भारत ने रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और बड़ी छलांग लगाते हुए महाराष्ट्र के नासिक से स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस MK-1A की पहली उड़ान भरी,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नासिक में तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA Mk1A) की तीसरी प्रोडक्शन लाइन का उद्घाटन किया और ट्रेनर जेट HTT-40 की दूसरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को भी हरी झंडी दिखाई।

इस ऐतिहासिक अवसर पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि तेजस की ये उड़ान भारत में ऐसे लड़ाकू विमानों के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,अब HAL फैक्ट्री से हर साल 24 स्वदेशी तेजस फाइटर जेट तैयार होंगे,इससे भारतीय वायुसेना को हर साल नए और स्वदेशी फाइटर मिलेंगे,एक समय था जब हमारी रक्षा जरुरतें विदेशों से पूरी होती थी,आज हम अपने कुल रक्षा उत्पादन का करीब 65 प्रतिशत खुद बना रहें हैं,यही नहीं हम इस निर्माण को 100 प्रतिशत पर ले जाएंगे,आत्मनिर्भरता ही असली सामरिक ताकत है,आज भारत 100 से ज्यादा देशों को अपने हथियार और सिस्टम बेच रहा है,भारत के हथियारों की लिस्ट अब सिर्फ ग्रेनेड या गोला-बारूद तक सीमित नहीं है,अब दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ क्रूज मिसाइलों, सुपरसोनिक हथियारों और एयर डिफेंस सिस्टम की दीवानी हो रही है,भारत का रक्षा निर्यात अब 25,000 करोड़ रुपये के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच चुका है,हमें साल 2029 तक घरेलू रक्षा निर्यात 3 लाख करोड़ और रक्षा निर्यात 50,000 करोड़ तक करना है।
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