कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार को तगड़ा झटका लगा है,आखिरकार चित्तपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूट मार्च को हाईकोर्ट के निर्देश पर अमुमति दे दी है,लगातार बढ़ते दबाव के बाद सरकार ने शर्तों के साथ 16 नवंबर 2025 को चित्तपुर में मार्च आरएसएस का मार्च निकालने की अनुमति दे दी।

इससे पहले कलबुर्गी के चित्तपुर में प्रशासन की ओर से 10 अक्टूबर को कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए इस आयोजन को मंजूरी नहीं दी गई थी,अधिकारियों का कहना था कि उसी दिन भीम आर्मी और कुछ अन्य संगठन भी उसी मार्ग से मार्च निकालने वाले हैं, तनाव बढ़ सकता है जिससे आरएसएस को अनुमति नहीं दी, इसके खिलाफ संयोजक द्वारा याचिका दायर की गई,RSS की ओर से याचिका दाखिल करने वाले अशोक पाटिल के वकील अरुण श्याम ने बताया कि संगठन ने 13 और 16 नवंबर की तारीखें तय की थीं। इससे पहले, RSS का रूट मार्च 19 अक्टूबर और फिर 2 नवंबर को प्रस्तावित था, लेकिन प्रशासनिक कारणों से अनुमति नहीं मिल सकी थी,यह पथ संचलन आईटी-बीटी मंत्री प्रियंक खरगे के गृह क्षेत्र चित्तपुर में होना है, जिस पर फैसला सुनाते हुए कर्नाटक हाईकोर्ट ने मार्च निकालने की इजाजत दे दी।
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