नई दिल्ली: देशभर में आज 76वां राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया जा रहा है,26 नवंबर 1949 को भारत ने अपने संविधान को अंगीकार किया था,इस अवसर पर पुराने लोकसभा भवन में आयोजित विशेष समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की,इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान को 9 नई भाषाओं मलयालम, मराठी, नेपाली, पंजाबी, बोडो, कश्मीरी, तेलुगु, ओडिया और असमिया में जारी किया,संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत का लोकतंत्र दुनिया के लिए मिसाल है,भारत जल्द दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, तीन तलाक से जुड़ी सामाजिक बुराई को खत्म करके संसद ने हमारी बहनों और बेटियों के सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है,जीएसटी आजादी के बाद सबसे बड़ा टैक्स सुधार है,इसे देश की आर्थिक एकता मजबूत करने के लिए लागू किया गया।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने से एक ऐसी रुकावट दूर हुई, जो देश की राजनीतिक एकता में बाधा बन रही थी,नारी शक्ति बंधन कानून महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का एक नया दौर शुरू करेगा।
इस राष्ट्रीय समारोह में देश के शीर्ष संवैधानिक पदों पर आसीन गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे, राष्ट्रपति मुर्मू के अलावा,कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला,केंद्रीय मंत्री और दोनो सदनों के संसद सदस्य उपस्थित रहें।
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