भारत ने पूर्वी लद्दाख में अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने के लिए 13,710 फीट की ऊंचाई पर नया न्योमा एयरबेस शुरू किया,चीन सीमा से सिर्फ 35 किमी दूर बने इस एयरबेस पर 230 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं,यह दुनिया के सबसे ऊंचे एयरफील्ड्स में एक है और अब भारी विमान व फाइटर जेट यहां से उड़ान भर सकेंगे।

भारतीय वायुसेना की ताकत को और नई ऊंचाई पर ले जाने वाला करीब 230 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुए इस एयरबेस का उद्घाटन खुद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने किया, उन्होंने खुद दिल्ली के हिंडन एयरबेस से C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान उड़ाकर सीधे न्योमा में लैंड किया,न्योमा एयरबेस दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्य एयरफील्ड्स में से एक है,यहां से Line of Actual Control के हर इंच पर लगातार निगरानी होगी,न्योमा एयरबेस भारी-भरकम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट,फाइटर जेट्स और ड्रोन ऑपरेशन्स लिए पूरी तरह तैयार है, इस एयरबेस से न केवल सैनिकों और हथियारों की तेज़ आवाजाही संभव होगी,बल्कि भारत के सीमाओं की निगरानी और त्वरित जवाब देने की क्षमता पहले से कहीं ज़्यादा मजबूत होगी।
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