बिहार विधानसभा में मतदाताओं की भारी वोटिंग के बाद एग्जिट पोल इस बात पर एकमत थे कि एनडीए बिहार में जीत हासिल करेगा और वह भी पाँच साल पहले की तुलना में कहीं ज़्यादा वोट पाएगा,कुछ का तो अनुमान है कि 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को करीब दो-तिहाई बहुमत मिल सकता है,तो वहीं Journo Mirror का सर्वे बिल्कुल अलग नजर आया है,इस एजेंसी ने महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत दिया है,इस एग्जिट पोल्स के नतीजों ने सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।

Journo Mirror के मुताबिक, महागठबंधन को 130 से 140 सीटें मिल सकती हैं, जबकि एनडीए को 100 से 110 सीटों तक सीमित बताया गया है,सर्वे में दावा है कि इस बार जनता बदलाव के मूड में है और नीतीश कुमार की सरकार को झटका लग सकता है,जबकि अन्य एग्जिट पोल में एनडीए 140 से 156 सीटें जीतेगा,जबकि राजद के नेतृत्व वाला महागठबंधन 78-106 के साथ काफी पीछे रहेगा और अन्य 5-10 सीटें जीतेंगे।

अगर ज्यादातर एग्जिट पोल सही साबित हुए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बता देगे कि लगभग 20 साल के कार्यकाल के बाद भी उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई है,पोल में यह भी माना गया कि प्रशांत किशोर की नई पार्टी, जन सुराज, का कम से कम विधानसभा सीटें जीतने के साथ ही ज़्यादातर सीटों पर सीमित प्रभाव ही रहेगा।
बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 है,दो-तिहाई 162 सीटों का आंकड़ा बताता है,पिछले दो दशकों में जीते गठबंधनों ने यह आंकड़ा दो बार हासिल किया है,2010 में एनडीए ने 206 सीटें जीती थीं, जबकि 2015 में महागठबंधन-जिसमें राजद, जद(यू) और कांग्रेस शामिल थी इस गठबंधन ने 178 सीटें जीती थीं।
अब Journo Mirror के हिसाब से तेजस्वी यादव की सरकार बनने की उम्मीदें बढ़ गईं,क्या इकलौता सर्वे नीतीश कुमार को बड़ा झटका देगा या शुक्रवार 14 नवंबर को आने वाले नतीजे फिर से एक बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का भविष्य तय करेंगे।
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