सुधा/प्रयागराज: देशभर में आज करवा चौथ का व्रत श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है,हिंदू धर्म में इस त्योहार का खास महत्व है,सुहाग की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं,करवा चौथ व्रत काफी कठिन माना जाता है, सूर्योदय से शुरू होकर ये व्रत चांद निकलने तक रखा जाता है।

हिंदू पंचाग के अनुसार, करवा चौथ का व्रत व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है, चतुर्थी तिथि की शुरुआत 9 अक्टूबर की रात 10 बजकर 54 मिनट पर शुरू हो चुकी है,औऱ चतुर्थी तिथि का समापन 10 अक्तूबर को शाम 7 बजकर 38 मिनट पर हो रहा है,इस वर्ष व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है क्योंकि सिद्धि योग और शिववास योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं जे काफी फलदायक माने जाते हैं,करवा चौथ पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 57 मिनट से शाम 7 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।
इसमें भक्त करवा देवी की पूजा करते हैं और व्रत कथा का पाठ करते हैं,रात में चंद्रमा को जल अर्पित करने के बाद, महिलाएं अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत तोड़ती हैं, इस पर्व पर श्रृंगार को विशेष महत्व दिया जाता है, मान्यता है कि इस पावन दिन अगर महिलाएं सोलह श्रृंगार के साथ विशेष रंगों के कपड़े पहनें, तो व्रत का फल दोगुना हो जाता है।
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